स्व-सहायता समूहों को प्रोत्साहित करने के साथ ही बाजार उपलब्ध कराएँ
आम जनों को शासन की योजनाओं का लाभ समय पर मिले
संभाग आयुक्त श्री सक्सेना ने गूगल मीट से समीक्षा के दौरान दिए निर्देश
ग्वालियर 17 मार्च 2021
ग्वालियर-चंबल संभाग में स्व-सहायता समूहों को प्रोत्साहित किया जाए। स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार की जा रही सामग्रियों के विक्रय हेतु बाजार उपलब्ध कराने का कार्य भी प्राथमिकता से किया जाए। संभागीय आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने गूगल मीट के माध्यम से विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए हैं।
संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने विभिन्न विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक में कहा है कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को समय पर मिले इसके लिये विभागीय अधिकारी विशेष प्रयास करें। उन्होंने महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया है कि ग्वालियर – चंबल संभाग में स्व-सहायता समूहों को प्रोत्साहित किया जाए। समूहों द्वारा तैयार की जा रही सामग्री के लिये उचित बाजार भी उपलब्ध हो, इसके भी सार्थक प्रयास किए जाएँ। कुपोषण निवारण के संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि चिन्हित कुपोषित बच्चों को तीन माह में कुपोषण श्रेणी से बाहर लाने का कार्य किया जाए।
संभागीय आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने कोविड-19 के टीकाकरण की समीक्षा के दौरान कहा कि संभाग के सभी जिलों में निर्धारित केन्द्रों पर लक्ष्य अनुरूप टीकाकरण हो, इसके लिये सभी जिलों में व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि शासकीय संस्थाओं के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी टीकाकरण का जो कार्य किया जा रहा है उसकी जानकारी भी आम लोगों तक पहुँचे, इसके लिये प्रचार के सभी माध्यमों का उपयोग किया जाए।
खाद्य विभाग की समीक्षा के दौरान ग्वालियर-चंबल संभाग में नवीन पात्रता पर्ची के वितरण की प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए सभी जिला अधिकारियों को निर्देशित किया है कि पात्रता पर्चियों का वितरण अभियान चलाकर किया जाए। कोई भी पात्र हितग्राही पात्रता पर्ची से वंचित नहीं रहना चाहिए। पात्रता पर्ची के वितरण के साथ-साथ लोगों को समय पर खाद्यान्न की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराई जाए। कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया गया कि किसानों को समर्थन मूल्य पर खाद्यान्न वितरण हेतु किए जा रहे पंजीयन पर विशेष ध्यान दिया जाए। नवीन पंजीयनों के सत्यापन की कार्रवाई भी समय रहते पूर्ण की जाए।
संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने मिलावट से मुक्ति अभियान की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए हैं कि खाद्य पदार्थों की जांच के लिये संचालित की जा रही चलित प्रयोगशाला के माध्यम से अधिक से अधिक सेम्पलिंग का कार्य कराया जाए। प्रतिदिन कम से कम 200 सेम्पल लेने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सेम्पलिंग के पश्चात जो अमानक खाद्य पदार्थ पाए जाते हैं उनके विक्रेताओं के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई भी की जाए।
लोक निर्माण विभाग के पीआईयू सेल की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया गया है कि जितने भी प्रोजेक्टों में भवन निर्माण का कार्य किया जाना है उनमें भवन निर्माण की अनुमति ऑनलाइन नगर निगम से लिया जाना आवश्यक है। इसके लिये नगर निगम में ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत किया जाए। बिना अनुमति के कोई भी भवन निर्माण का कार्य न किया जाए।
ग्वालियर विकास प्राधिकरण के कार्यों की समीक्षा के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी ग्वालियर विकास प्राधिकरण को निर्देशित किया गया कि प्राधिकरण की माधव प्लाजा की सभी दुकानें शीघ्र प्रारंभ हों, इसके विशेष प्रयास किए जाएं। इसके साथ ही यातायात नगर को नगर निगम में स्थानांतरित करने के लिये की जा रही कार्रवाई समय सीमा में पूर्ण की जाए। संभाग आयुक्त श्री सक्सेना ने स्मार्ट सिटी द्वारा किए जा रहे कार्यों की भी समीक्षा की। स्मार्ट सिटी के माध्यम से गांधी मार्केट के विकास के लिये की जा रही कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट भी प्रस्तुत करने को कहा। इसके साथ ही स्मार्ट सिटी के कंट्रोल कमाण्ड सेंटर से स्वच्छता, यातायात, गंदे पानी की शिकायत के लिये की जा रही मॉनीटरिंग के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की।
संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने कहा है कि स्मार्ट सिटी के माध्यम से की जा रही मॉनीटरिंग में जो विभागीय अधिकारी आम जनों की समस्याओं का समय पर निराकरण नहीं कर रहे हैं उनकी जानकारी प्रस्तुत की जाए। ऐसे अधिकारियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी।
स्वच्छता सर्वेक्षण को गंभीरता से लें
संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने समीक्षा के दौरान सभी जिलों के नगरीय निकायों के अधिकारियों से कहा है कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 को पूरी गंभीरता के साथ लिया जाए। सभी नगरीय निकायों में स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। स्वच्छता के कार्य के साथ-साथ आम जनों की सहभागिता को भी शामिल किया जाए। जन जागरूकता के कार्यक्रम अधिक से अधिक हों ताकि आम जन भी स्वच्छता सर्वेक्षण और शहर की स्वच्छता में अधिक से अधिक जुड़ सकें।
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