मलेरिया प्रदर्शनी लगाकर लोगों को किया जागरूक
शिवपुरी, 11 जून 2021:-
जिले में मलेरिया निरोधक माह जून 2021 के तहत आयोजित जन जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम उमरीकला में मलेरिया की रोकथाम, बचाव व उपचार की जानकारी से आमजन को जागरूक करने हेतु प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ए एल शर्मा एवं जिला मलेरिया अधिकारी लालजू शाक्य ने आमजन से अपील की है। मलेरिया से बचाव एवं रोकथाम हेतु अपने घरों के आसपास पानी को जमा न होने दें। घर के पानी के बर्तनों को पांच-छह दिन में खाली करें और सुखाकर भरे। जमा हुए पानी में मिट्टी का तेल या जला हुआ इंजन का तेल डालें तथा मच्छरदानी का उपयोग करें और बुखार आने पर तुरंत खून की जांच अपने गांव की आशा कार्यकर्ता से संपर्क कर शासकीय अस्पतालों में निशुल्क कराएं और मलेरिया और डेंगू होने पर उपचार पूरा लें। इस अवसर परआशा,कार्यकर्ता ,सीएचओ ,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ,आशा सहयोगिनी, एएनएम व एंबेड टीम से महेश कुमार, रियाज , सतेन्द्र, महेश ,विजय उपस्थित रहे तथा सभी ने अपना अपना सुझाव लोगों के सामने रखा जिससे कि नागरिक मलेरिया व डेंगू और कोरोना जैसी बीमारी से ग्रसित ना हों।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर जन जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत मलेरिया डेंगू से बचाव हेतु पोस्टर लगाए व फ्लेक्स बैनर का विमोचन भी किया। जिला मलेरिया अधिकारी लालजु शाक्य ने प्रदर्शनी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मलेरिया के नियंत्रण हेतु उपयोग आने वाली मच्छरदानी मलेरिया निरोधक दवा मच्छरों की जैविक नियंत्रण हेतु उपयोग किए जाने वाले संसाधन आदि का प्रदर्शन किया। अवसर पर मलेरिया विभाग व एंबेड टीम द्वारा गांव में रैली, प्रदर्शन और डेमो का प्रदर्शन किया एवं अन्य वाहनों पर पेंपलेट चिपका कर तथा बांटकर लोगों को जागरूक किया। मच्छर के लार्वा का डेमो एवं नष्ट करने का तरीका बताया ताकि लोग स्वयं मच्छर के लार्वा को नष्ट कर सकें और अपने और अपने परिवार को डेंगू, मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी से बचा सके।
इस दौरान टीम में जिला समन्वयक एंबेड परियोजना दीपक जोहरी द्वारा लोगों को बताया गया कि वह बरसात के समय अपने घरों से टूटे-फूटे कबाड़े पानी जमा होने वाले सभी बर्तनों को हटा दें जिससे कि उन में पानी जमा ना हो सके और मलेरिया की बीमारी से छुटकारा मिल सके तथा लोगों को जागरूक करते हुए जौहरी ने बताया कि वह हर संभव मच्छरदानी का उपयोग करें और गर्भवती धात्री एवं छोटे-छोटे बच्चों को नियमित रूप से मच्छरदानी का उपयोग करें।
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