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भ्रूण लिंग परीक्षण रोकने और लिंगानुपात में सुधार करने के लिए प्रयास जरूरी- कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह

 पीसी एण्ड पीएनडीटी एक्ट के तहत गठित सलाहकार समिति की बैठक आयोजित

शिवपुरी:-रुद्र जैन 


प्रसव पूर्व भ्रूण लिंग परीक्षण कानूनी अपराध है। इस पर अंकुश लगाने के लिए पीसीपीएनडीटी एक्ट लागू किया गया है। जिले में  भ्रूण लिंग परीक्षण रोकने और लिंगानुपात में सुधार करने के लिए सभी के प्रयास जरूरी हैं। 

शुक्रवार को जिला स्तरीय पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के तहत गठित सलाहकार समिति की बैठक में कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने यह निर्देश दिए हैं और कहा है कि हमें जिले में लिंगानुपात में सुधार करने के लिए प्रयास करना होगा। प्रसव से पहले गर्भ में बच्चे का लिंग परीक्षण कराना और कन्या भ्रूण हत्या कानूनी अपराध है। इसके लिए सजा का प्रावधान है।उन्होंने बैठक में कहा कि जिले में अल्ट्रासोनोग्राफी मशीन के पंजीयन की निगरानी की जाए। लोगों में जागरूकता लाने के लिए भी एक अभियान की जरूरत है जिसमें आंगनवाड़ी केंद्र और सामुदायिक स्थलों पर पोस्टर बैनर लगाए जाएं। इसके अलावा संस्थागत प्रसव को भी बढ़ावा देना होगा। समिति द्वारा भी समय-समय पर जांच की जाए। इसके अलावा स्व सहायता समूह को इस अभियान से जोड़ने और ब्लॉक स्तर पर कार्यशाला आयोजित कर समूह के माध्यम से जागरूकता अभियान संचालित करने के निर्देश दिए हैं।


कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने बैठक में कहा कि लोग स्वयं जागरूक रहें और जो लोग इस प्रकार के अपराध करते हैं उनकी सूचना दें। जब सभी लोग इसमें सक्रिय होंगे, तभी पूरी तरह से भ्रूण लिंग परीक्षण को रोका जा सकेगा। उन्होंने स्वास्थ्य और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की थीम पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाए। जिसमें जिले की बेटियों को सम्मानित किया जाएगा। इसमें विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली बालिकाओं को सम्मानित किया जाए। कुछ समय पहले बेटी की पेटी नाम से शिकायत पेटी का संचालन भी शुरू किया गया था इसे फिर से सक्रिय बनाने के निर्देश दिए हैं।

इसके अलावा प्रत्येक विकासखंड में बीएमओ द्वारा भी निगरानी की जाए। और यह जरूरी है कि कितनी गर्भवती महिलाएं हैं जिनके प्रसव होना है और कितनी बेटियों का जन्म हुआ है इसकी भी जानकारी एकत्रित की जाए। 

बैठक में एडीएम उमेश शुक्ला, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पवन जैन, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेंद्र सुंदरियाल, तथागत फाउंडेशन से आलोक इंदौरिया सहित अन्य चिकित्सक, गैर सामाजिक संगठनों के सदस्य आदि उपस्थित रहे।

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