Header Ads

test

डॉक्टर्स डे पर शिवपुरी के डॉ. अमित को बधाई, अपनी टीम के साथ 1000 लोगों की जान बचाई

गर्व है हमें आप पर, आपके जैसा कोई नोबल फैमिली में है : नोबल मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल प्रबंधन


शिवपुरी:-


शिवपुरी निवासी डॉ. अमित कोचेटा भोपाल के नोबल मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में कार्डियक क्रिटिकल केयर और कार्डियक एनएस्थीसिया के हैड ऑफ दि डिपार्टमेंट (एचओडी) के रूप में कार्य कर रहे हैं। डॉ. अमित और उनकी टीम जिसमें शामिल हैं डॉ. विश्वास गुप्ता (पल्मोनोलॉजिस्ट) एवं डॉ. सुदीप पाठक (फिजीशियन) ने अपनी मेहनत और समर्पण से 1 हजार कोविड मरीजों की जान बचाने में सफलता प्राप्त की। कोरोना संक्रमण काल के दौरान वाट्सएप ग्रुप के जरिए तथा मोबाइल के द्वारा भी डॉ. अमित ने शिवपुरी में अपनी जन्मभूमि के प्रति कत्र्तव्य का निर्वहन करते हुए कई मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराया। यही नहीं उन्होंने शिवपुरी में चल रहे सेवा कार्यों में आर्थिक योगदान भी दिया। डॉक्टर्स डे पर डॉ. अमित और उनकी पूरी टीम को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।

डॉ. अमित की यह उपलब्धियां इसलिए भी उल्लेखनीय हैं कि कोविड मरीजों का इलाज करते समय वह दो बार संक्रमित हुए। संक्रमण के दौरान भी उन्होंने अपने चिकित्सकीय दायित्व को नहीं छोड़ा और अस्पताल में भर्ती रहते हुए भी आईसीयू में भर्ती मरीजों का इलाज किया। पहली बार वह नवम्बर 2020 में संक्रमित हुए और 10 दिन के बाद ही वह काम पर लौट आए। इसके बाद वह अप्रैल 2021 में संक्रमित हुए और इस संक्रमण का प्रभाव इतना अधिक रहा कि उनके माता-पिता, पत्नी और दो छोटी बेटियां भी संक्रमित हो गईं। नोबल हॉस्पिटल प्रबंधन ने उन्हें सम्मान पत्र देते हुए कहा कि मरीजों की देखभाल करते समय डॉ. अमित ने वायरस का भी अनुबंध किया, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने पर भी मरीजों का इलाज बंद नहीं किया। डॉ. अमित एक सच्चे कोरोना वॉरियर्स हैं और नोबल प्रबंधन उनके प्रति हार्दिक रूप से अनुग्रहित है। उन पर हमें गर्व है कि वह हमारी नोबल फैमिली में हैं।

बॉक्स

कोविड प्रोटोकॉल का पालन डॉक्टरों के प्रति सबसे बड़ा सम्मान

डॉक्टर्स डे पर बधाई से अभिभूत डॉ. अमित कोचेटा ने अपने संदेश में कहा कि समाज का डॉक्टरों के प्रति सबसे बड़ा सम्मान यही होगा कि अधिक से अधिक लोग वैक्सीनेशन कराएं तथा कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। कोविड का इलाज करते समय काल कवलित हुए डॉक्टरों के प्रति समाज की यह एक भावभीनी श्रद्धांजलि होगी, क्योंकि कोरोना का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। तीसरी लहर न आए इसके लिए वैक्सीनेशन और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना अत्यंत आवश्यक है।

कोई टिप्पणी नहीं