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टाउन हॉल बन रहा है सांस्कृतिक गतिविधियों के आकर्षण का केंद्र....इस सप्ताह में होगा ध्रुपद गायन कार्यक्रम

ग्वालियर-10 नवंबर 2021:-




ग्वालियर और आसपास के पर्यटन को राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर उभारने में  जल्द ही शहर की ऐतिहासिक इमारत और एक समय नाटकघर के रूप में पहचाने जाने वाला टाउन हॉल अपनी अहम भूमिका निभायेगा। स्मार्ट सिटी द्वारा पुनर्विकसित टाउन हॉल को सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनाने के लिए स्मार्ट सिटी कॉर्पोरशन द्वारा विस्तृत कार्ययोजना बनाई जा रही है इस योजना के तहत टाउन हॉल में नए और मूर्धन्य कलाकारों की स्वर लहरियां और संगीत की थाप सुनाई देगी। 


योजना के तहत शहर के कलाकारों को यहां मंच प्रदान करने के लिए भी शहर के कॉलेज, विश्वविधालय व अन्य संगीत से जुड़े लोगों को शामिल किया जाएगा। एक भारत श्रेस्ठ भारत की थीम को साकार करने के लिए यहाँ आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में देश की अलग- अलग संस्कृति की झलक भी दिखाई देंगी। अक्टूबर माह में 'हमारे निदा' कवि सम्मेलन तथा 'अप्सरा अली' जैसे सांस्कृतिक नाट्य कार्यक्रमों का आयोजन शहरवासियों द्वारा सराहा गया। निकट भविष्य में शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा भी टाउन हॉल में संगीत, नाट्य आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएँगे जिससे युवा पीढ़ी के बीच भी विरासत से पूर्ण यह रंगमंच लोकप्रिय होगा।


स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती जयति सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर में संस्कृति से जुड़े कार्यक्रमों के लिए सालों से एक अच्छे और उत्कृष्ट स्थान की रिक्तता महसूस की जाती रही है, लेकिन अब टाउन हॉल को पुनर्विकसित करने के बाद यह कमी पूरी हो गई है। और टाउन हॉल सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए मुख्य केंद्र के रूप में अपनी पहचान बनाएगा। इसके लिए एक पूरी कार्ययोजना बनाई जा रही है जिसमे विभिन्न सांस्कृतिक संस्थाओं को भी शामिल किया जाएगा। इस क्रम में जल्द ही ध्रुपद गायन की स्वर लहरियों से टाउनहॉल में दर्शक भावविभोर हो सकेंगे।


 ग्वालियर व संगीत के संगम को यह मंच लोगों के बीच आयोजनों के माध्यम से स्थापित करने में अहम भूमिका निभाएगा

उल्लेखनीय है कि शहर के हृदय स्थल महाराज बाड़े पर अप्रतिम सौंदर्य को प्रदर्शित करती ऐतिहासिक इमारत जिसको आज टाउन हॉल के रूप में जाना जाता है, उसका निर्माण ग्वालियर के तत्कालीन महाराज ने कराया था और इसका उपयोग नाटकघर के रूप में किया जाता था। बाद में इसे टॉकीज के रूप में भी प्रयोग किया गया। वर्तमान में स्मार्ट सिटी कॉर्पोरेशन द्वारा इसे संवारकर कर फिर इसे भव्य स्वरूप प्रदान किया गया है। श्रीमती सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्ययोजना के तहत ग्वालियर घराने की विलुप्त होती धुपद शैली को जीवंत करने के साथ ही उन स्थानीय कलाकारों को भी अपनी प्रतिभा संवारने प्रदर्शित कर उसे निखारने का मौका मिलेगा, जिन्हें उचित मंच न मिल पाने के कारण उनकी प्रतिभा कुठित हो जाती है, इनमें नाटक, गीत, संगीत, नृत्य तो शामिल है ही साथ ही शहर की ऐतिहासिक जानकारी वाले कार्यक्रम भी आयोजित होंगे, जिससे नई पीढ़ी के साथ वह लोग भी इसकी जानकारी हासिल कर सकेंगे, जो इससे पूरी तरह वाकिफ नहीं है। उसके अलावा पर्यटन सबंधी कार्यक्रम और जानकारियां भी टाउन हॉल में मिल सकेगे

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