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शिल्प कला के विकास औऱ शिल्पकारो को प्रोत्साहन देने के लिये ग्वालियर स्मार्ट सिटी हर संभव सहयोग करेगी – सीईओ श्रीमती नीतु माथुर

क्षेत्रीय आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर का सीईओ स्मार्ट सिटी नें किया निरिक्षण.... सोवेनियर शॉप खोलने के लिये रुपरेखा बनाने के दिये निर्देश

ग्वालियर-26 मई 2022 :-


शिल्प कला के विकास औऱ शिल्पकारो को प्रोत्साहन देने के लिये ग्वालियर स्मार्ट सिटी हर संभव सहयोग करेगी यह बात स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती नीतु माथुर नें आज गुरुवार को ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा विकसित क्षेत्रीय आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर के अवलोकन के दौरान शिल्पियो से रुबरु होकर कही। इस अवसर पर सहायक निदेशक हस्तशिल्प श्री कमलकांत राठौर, नेशनल अवार्डी श्री दीपक विश्वकर्मा, सूश्री सरला सोनेजा, श्री गौरव कुलश्रेष्ठ, सूश्री कुसुम कुशवाह, सूश्री इशिका आचार्य सहीत अन्य शिल्पी और संबंधित अधिकारी औऱ कर्मचारी मौजूद थे।


श्रीमती माथुर ने केन्द्र के पुरे परिसर मे चल रही गतिविधियो का मुआयना किया और शिल्पीयो द्वारा बनाये जा रहे शिल्प की सराहना की। इस अवसर पर सहायक निदेशक हस्तशिल्प श्री कमलकांत राठौर द्वारा भारत सरकार द्वारा समर्थ योजना के अंतर्गत संचालित स्टोन एवं एंब्राँयडरी क्राफ्ट में संचालित हस्तशिल्प प्रशिक्षण कार्यक्रम और केन्द्र में चल रही अन्य गतिविधियो के बारे मे श्रीमती माथुर को विस्तार से जानकारी दी गई। श्रीमती माथुर नें प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके शिल्पकारो से रुबरु होकर उनके द्वारा बनाये गये प्रोटोटाइप की सराहना की और उनके द्वारा बनाये गये उत्पाद को ई-मार्केट के माध्यम से भी ब्रिक्री की सलाह दी। 


श्रीमती माथुर ने क्षेत्रीय आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर में शिल्पकारो के सामान की ब्रिक्री हेतु एक सोवेनियर शॉप की रुपरेखा तैयार करने के लिये भी संबंधित अधिकारियो को निर्देशित किया। इस अवसर पर केन्द्र में निर्माणधीन श्रीराम की 25 फुट ऊँची स्टोन की प्रतिमा का भी श्रीमती माथुर द्वारा अवलोकन किया गया। इस अवसर पर स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती नीतु माथुर नें बताया कि पत्थर शिल्प की कला में ग्वालियर का नाम प्राचीन काल से प्रसिद्ध है। स्मार्ट सिटी का प्रयास है कि अंचल में शिल्पकला को निरन्तर प्रोत्साहन मिलता रहे और अंचल के शिल्पियो द्वारा रचित शिल्प का बेहतर प्रदर्शन हो। इसके लिये शिल्पकारो को एक स्थान पर सुविधाये मिले, इसी बात को ध्यान में रखकर क्षेत्रीय आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर तैयार किया गया है। और स्मार्ट सिटी द्वारा शिल्पियो की जरुरत को देखते हुये इस केन्द्र में सुविधाओ का विस्तार भी किया जायेगा। श्रीमती माथुर ने बताया कि इस सेंटर के विकसित होने से न केवल क्षेत्रीय स्टोन आर्ट व वुडन आर्ट के कलाकारो को नई पहचान मिल सकेगी बल्कि सेंटर पर अन्य विधा के कलाकार अपनी कला को प्रदर्शित कर सकेगे।



रिजनल आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर में है यह अत्याधुनिक सुविधाये*

पर्यटको एवं ग्वालियर राइटस को शिल्प कला हेतु ओपन मंच।

सभी आर्टिस्टो को अपनी कलाकृतियो को एक्जीबीशन व अन्य माध्यमो से प्रदर्शित करने के लिये एक्जीबीशन लगाने के लिये हाँल।

आर्ट और क्राफ्ट को डिजाइन करने के लिये युनिक टूल्स के साथ पत्थर कटिंग इत्यादी के लिये बडी मशीनो की सुविधा। 

युवा कलाकारो को आर्ट की बारिकियां व अधिक जानकारी के लिये एजुकेशन हाँल की सुविधा। 

आर्ट व क्राफ्ट के नये स्वरुप को लोगो तक पहुचाने के लिये परिसर में सिंटिंग स्पेश, गार्डन, फाउंटेन, म्यूजिक, फूड व डिस्प्ले हाँल की सुविधा।

*कुछ ऐसी है रिजनल आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर की बनावट* 

इस सेंटर पर विभिन्न अत्याधुनिक सुविधाओ के साथ ही कलाकारो और आने वाले पर्यटको के लिये इमारत को विभिन्न हिस्सो में विभाजित किया गया है जिसके तहत बुडन वर्कशाँप, स्टोर, डिस्प्ले हाँल, आँफिस, ट्रेनिंग रुम, स्टोर रुम, आवास कक्ष, स्टोन वर्कशाँप ग्राउंड, टेम्पल, सहीत गार्डन का समावेश किया गया है।

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