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श्रावण माह की हरियाली अमावस्या पर हजारों भक्तों ने मोक्षदायिनी मां नर्मदा में पवित्र डुबकी लगाई

हरदा से अनिल मल्हारे की रिपोर्ट

हरदा:-



 हंडिया हरियाली अमावस्या होने के कारण शनिवार शाम से ही नर्मदा भक्तों का नर्मदा के उत्तर एवं दक्षिण दोनों तटों पर तांता लगना शुरू हो गया था जो आज सुबह रविवार को भक्तों ने पुण्य सलिला मां जीवनदायिनी नर्मदा के पवित्र जल में रवि पुष्य नक्षत्र के दुर्लभ संयोग के चलते नर्मदा में पवित्र डुबकी लगाई एवं दरिद्र नारायणओं को यथा योग्य दान  कर भगवान  सिद्धनाथ एवं रीद्ध नाथ के दर्शन अभिषेक पूजन कर पुण्य लाभ अर्जित किया

सावन की हरियाली अमावस्या का अपना अलग ही महत्व है। इसे हरिजिरोति अमावस्या व श्रावणी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। हरियाली अमावस्या का त्योहार सावन में प्रकृति पर आई बहार की खुशी में मनाया जाता है। हरियाली अमावस पर पीपल के वृक्ष की पूजा एवं  परिक्रमा की जाती है तथा मालपूए का भोग बनाकर चढाये जाने की परम्परा है। हरियाली अमावस्या पर वृक्षारोपण का भी महत्व है। कालसर्प योग, ढैय्या तथा साढ़ेसाती सहित शनि संबंधी अनेक बाधाओं से मुक्ति पाने का यह दुर्लभ समय होता है। हरियाली अमावस्या का अमृत सिद्धि व सर्वार्थ सिद्धि योग में हरियाली अमावस्या तिथि के स्वामी पितृ देव हैं आज के दिन किसी पंडित से पितरों के निमित्त तर्पण, पिंडदान, श्राद्धकर्म करवाया जाए तो पितरों को शांति मिलती है। यह कर्म करने के बाद पितरों के नाम से गरीबों को भोजन करवाएं, गाय को चारा खिलाएं, गरीबों को वस्त्र आदि भेंट करना चाहिए। इस पवित्र स्नान के मौके पर हंडिया राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी सभी प्रमुख घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के  लिए तैनात रहे।

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