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हरदा से अनिल मल्हारे कि रिपोर्ट

हरदा :-



 कोरोना संकटकाल में लगे लॉकडाउन के कारण छोटे व्यवसायियों के धंधे चौपट हो गए थे, जो कुछ बचत उनके पास थी, उससे उन्होंने अपने परिवार का पालन पोषण कर लिया। जब बाजार खुले तो व्यवसाय चालू करने के लिए पूंजी नहीं थी। ऐसे में स्ट्रीट वेंडर योजना में मिले 10 हजार रुपये इन छोटे व्यवसायियों के लिए वरदान की तरह थे। हरदा नगर निवासी रंजीत सिंह बंजारा ने नगरपालिका में आयोजित कार्यक्रम में बताया कि वह वर्षों से फल फ्रूट का ठेला लगाता था। लॉकडाउन समाप्ति के बाद भी वह अपना फल का ठेला लगाना चाहता था, लेकिन पूंजी के अभाव में ऐसा नहीं कर पा रहा था। तभी प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के बारे में उसे जानकारी मिली तो उसने भी आवेदन कर दिया। कुछ ही दिन में उसके खाते में 10 हजार रुपये आ गए। इससे उसने फलों का ठेला लगाकर अपना व्यवसाय फिर से शुरू कर लिया। रंजीत ने बताया कि जब से उसे 10 हजार रुपये की मदद मिली है, तभी से उसे उचित मूल्य की दुकान से निशुल्क खाद्यान्न भी मिलने लगा है। जिससे परिवार का पालन पोषण रंजीत अब आसानी से कर पा रहा है। एक रंजीत ही नहीं हरदा जिले के सैकड़ों छोटे व्यवसायियों को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से काफी मदद मिली है, जिससे वे अपना छोटा सा व्यवसाय स्थापित कर अपने परिवार का पालन पोषण आसानी से कर पा रहे हैं।

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