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पैकेजिंग मटेरियल को स्टॉक उपलब्ध रहने एवं वैकल्पिक व्यवस्था होने तक छूट प्रदान की जाए ः MPCCI

अपने शहर ग्वालियर को पॉलीथिन मुक्त बनाना है, आपके साथ सरकार व हम सभी खड़े हैं ः आयुक्त, नगर-निगम, श्री किशोर कान्याल


सिंगल यूज प्लास्टिक उपयोग पर 1 जुलाई से लागू प्रतिबंध के संबंध में ‘संवाद’ का आयोजन

चर्चा में नियम कार्यवाही और व्यापारियों की स्थिति पर विस्तार से हुई चर्चा



ग्वालियर, 11 जुलाई । भारत सरकार द्वारा देश भर में 1 जुलाई से ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ के उपयोग को प्रतिबंधित किए जाने से व्यापारियों को हो रही परेशानी सहित तत्संबंध में जारी नियम एवं प्रशासन द्वारा की जा रही कार्यवाही पर आज ‘संवाद’ का आयोजन ‘चेम्बर भवन’ में किया गया ।

उपरोक्त संवाद कार्यक्रम में आयुक्त, नगर-निगम, श्री किशोर कान्याल, अपर आयुक्त-श्री अतेन्द्र गुर्जर, क्षेत्रीय अधिकारी, म. प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड-श्री एच. एस. मालवीय सहित काफी संख्या में व्यवसाईगण उपस्थित थे ।

कार्यक्रम (संवाद) के प्रारम्भ में अध्यक्ष-विजय गोयल ने उपस्थित अतिथिगणों के चेम्बर ऑफ कॉमर्स में पधारने पर संस्था के सभी सदस्यों की ओर से हार्दिक स्वागत्‌ एवं धन्यवाद व्यक्त किया तथा सरकार द्वारा ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किए जाने से व्यवसाईयों के सम्मुख उत्पन्न हुई समस्याओं एवं उसके समाधान हेतु विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहाकि हमारा देश व हमारा शहर पर्यावरण प्रदूषण से मुक्त रहे । यह हमारा ध्येय है, परन्तु आज व्यवसाईयों के सामने ज्वलंत समस्या यह है कि एक पक्ष स्वच्छता का है और दूसरा पक्ष व्यापार व पेट से जुड़ा हुआ है क्योंकि एक व्यवस्था जो कि विगत्‌ काफी वर्ष से चली आ रही थी, उसे एकदम प्रतिबंधित किया जाना समझ से परे हैं । आपने कहाकि व्यवसाईयों पर कार्यवाही तब की जानी चाहिए थी, जब वह कानून का पालन नहीं कर रहे हों, परन्तु नियमों की जानकारी के अभाव में व्यापारियों को परेशान न किया जाए । वास्तविक रूप से होना यह चाहिए था कि व्यवसाईयों को पहले इन प्रतिबंधों से अवगत कराते हुए, उन्हें जागरुक किया जाना था ।

इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन कर रहे, मानसेवी सचिव-डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने कहा कि हम आज यहाँ बात मुख्य रूप से पैकेजिंग मटेरियल की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने और जब तक व्यवसाईयों के पास स्टॉक उपलब्ध है, उसके इस्तेमाल के लिए एकत्रित हुए हैं । आपने कहाकि केरीबेग प्लास्टिक के अन्य विकल्प पर लगभग शिफ्ट हो चुका है । साथ ही, इन प्रतिबंधों में जो भ्रम की स्थिति है, उस पर हम भारत सरकार को पत्र लिखेंगे तथा व्यवसाईयों को हो रही परेशानी से सरकार को अवगत कराएँगे । आपने आयुक्त नगर-निगम से कहाकि जो टीम आपकी व्यवसाई के यहाँ चैकिंग के लिए जाएँ, उसके पास मानक की सूची होना चाहिए और उन्हें इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि वह जो माल जप्त कर रहे हैं, वह मानक के अनुरूप है अथवा नहीं ।

क्षेत्रीय अधिकारी, म. प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड-श्री एच. एस. मालवीय ने अपने उद्बोधन में कहाकि यह व्यवस्था अचानक से लागू नहीं हुई है । विश्‍व स्तरीय वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सन्‌-2019 में यूएन की बैठक में माननीय प्रधानमंत्री ने अपने उद्बोधन में आश्‍वस्त किया था कि हम प्लास्टिक के यूज पर अपने देश में चरणबद्ध प्रतिबंध लगाएँगे । आपने बताया कि भारत सरकार द्वारा काफी समय से इस पर कार्य किया जा रहा है और अब 1 जुलाई से प्लास्टिक बड्स (ईयर बड, गुब्बारों की डंडी, कैण्डी, आईसक्रीम की डंडी) कटलरी आईटम (प्लेट्स, कप्स, ग्लास, कांटे, चम्मच, चाकू, ट्रे) पैकेजिंग (मिठाई डब्बा, शादी कार्ड, सिगरेट पैकेट) अतिरिक्त आईटम 100 माईक्रोन से कम के फ्लेक्स बैनर, प्लास्ट्रिन के सजावटी आईटम को प्रतिबंधित किया गया है । आपने बताया कि केरीबेग के लिए 50 माइक्रोन था, जो कि अब 75 माइक्रोन कर दिया गया है और 31 दिसम्बर के पश्‍चात्‌ इसे 120 माइक्रोन कर दिया जाएगा । आपने कहाकि व्यवसाई जिस निर्माता से माल खरीद रहे हैं, वह उसकी जानकारी पूरी अच्छी तरह से अपने पास रखे और माल खरीदते समय इस बात का विशेष ध्यान रखे कि मटेरियल मानक के अनुरूप है अथवा नहीं । हम जिसे से भी मटेरियल क्रय करें, यह अवश्‍य देखें कि उस पर निर्माता का लेबल लगा है कि नहीं ।

आयुक्त, नगर-निगम, श्री किशोर कान्याल ने अपने उद्बोधन में कहाकि, क्या हम ग्वालियर को पॉलीथिन मुक्त करना चाहते हैं । यदि करना चाहते हैं, तब हमें सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग की आदत को बदलना होगा क्योंकि यह हमारे शहर की सुंदरता को प्रभावित करते हैं । आपने कहाकि अभी केवल 19 प्लास्टिक के आयटम पर प्रतिबंध लगाया गया है, यह अभी केवल फस्ट फेज है । इसलिए हमें प्लास्टिक के स्थान पर अन्य विकल्प पर आना होगा । हम सभी 70 माइक्रोन के नीचे की प्लास्टिक यूज न करें और जो कपड़े के थैले जो कि 10 या 15 रुपये में उपलब्ध हो सके, इस पर काम करें । हम यह चाहते है कि ग्वालियर बदल रहा है, हम भी बदले यह संदेश हमें देना चाहिए क्योंकि जब शहर की सड़कों पर प्लास्टिक के ग्लास व प्लेट्स, चम्मच आदि शहर की सड़कों पर दिखती हैं, तब शहर की सुंदरता बिगड़ती है और प्रदूषण भी फैलता है । इसलिए हमें आपका सहयोग चाहिए ।

बैठक में कोषाध्यक्ष-वसंत अग्रवाल ने कहाकि प्रशासन की कार्यवाही केवल मध्यमवर्गीय व्यवसाईयों पर ही क्यों हो रही है । जबकि वास्तविक रूप से कार्यवाही जहाँ अवैध रूप से बन रही है, उसके विरुद्ध एवं यूजर के ऊपर भी होनी चाहिए ।

संवाद में चेम्बर के पूर्व उपाध्यक्ष-श्री सुरेश बंसल, कार्यकारिणी सदस्य-श्री महेश मुदगल, श्री उमेश उप्पल सहित सदस्य-सर्वश्री सुशील सुराना, माधव अग्रवाल, दिलीप अग्रवाल, आशीष अग्रवाल आदि ने अपनी-अपनी बात आयुक्त महोदय के सम्मुख रखी ।

बैठक में कार्यकारिणई सदस्य-श्री अद्यंत अग्रवाल, अंकुर अग्रवाल सहित व्यवसाई, सर्वश्री विजय कब्जू, राजेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, अंकुर तिवारी, धर्मेन्द्र सिंह, आशीष जैन, महेन्द्र गुप्ता, संजय शाह, गजेन्द्र सिंह, सुकान्त सोनी, राहुल, कपिल जैसवानी, जयप्रसाद गुप्ता, गिरीश जैसवानी, इशांत जैसवानी, श्‍याम रोहिरा, हेमन्त झा, अशय गुप्ता, संकित जैन, पी. सी. जोलिया, गिरीश सोनेजा, धीरज वरवानी, मुकेश शर्मा, अमित अग्रवाल, पंकज, दीपक मोटवानी, विपिन गुप्ता, सुनील अग्रवाल, राजकुमार जैन, प्रहलाद गाबरा, नवीन अग्रवाल, नरेन्द्र मंगल, गिरधारीलाल, दुलसीदास, लवली, अजय छाबड़ा, विजय सोनेजा, राजेश बंसल, इन्द्रपाल सिंह आदि उपस्थित थे ।



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